*☆☆ ज्योतिष-झरोखा -*
*★★ जन्म-कुण्डली*
•• आपकी जन्म-कुण्डली आपका बैंक लॉकर है - जो आपके जन्म से आपके नाम है । इस बैंक लॉकर में आपके पूर्व जन्मों की कर्म-सम्पति रखी है । इसी सम्पति से आपका जीवन आरम्भ होता है । आपकी कुण्डली के योग - आपके लॉकर की कर्म-संपति का ब्याज है । जो अशुभ योगों के कारण आपकी कर्म संपति से काट लिया जाता है । ऐसे ही शुभ योगों के कारण आपकी कर्म-सम्पति में ये ब्याज जोड़ दिया जाता है । इससे आपका जीवन-चक्र सुख-दुख के प्रतिशत को प्रकट करता है ।
महा-दशायें और अन्तर्दशायें आपकी कर्म-सम्पति की FD, Fix-Deposit है । महादशायें बड़ी FD है और अन्तर्दशायें छोटी FD है । अशुभ और निर्बल ग्रहों की दशायें आपकी FD को Matured परिपक्व नहीं होने देती है । जिससे आपके जीवन के कार्य बनते- बनते रुक जाते हैं । ऐसे ही शुभ और बलवान ग्रहों की दशायें आपकी FD को परिपक्व कर देती है । जिससे आप सफलता की दिशा में अग्रसर रहते है । इससे आपके जीवन-चक्र का समय-समय पर मूल्यांकन होता रहता हैं ।
गोचर के ग्रह - आपकी कर्म-सम्पति के लिये शुभ-अशुभ सन्देश लेकर आते हैं । जैसे - किसी बैंक के लिये सरकारी नियम - कभी अच्छे और कभी बुरे ।
ये कभी आपके लाकर पर अच्छा-बुरा प्रभाव डालते हैं । कभी आपके ब्याज को कम ज्यादा कर देते हैं और कभी आपकी FD को प्रभावित करते हैं । ये सब इनके सन्देश पर निर्भर करता है कि - वो किस पर प्रभाव डालेंगे । इससे आपके जीवन के छोटे-बड़े उतार-चढ़ाव निश्चित होते है ।
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