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Sunday, November 15, 2020

गोवर्धन महाराज की आरती

आरती श्री गोवर्धन महाराज की 
श्री गोवर्धन  महाराज, ओ महाराज ,
तेरे माथे मुकुट बिराज रहयौ।
1) तोपे पान चढ़े तोपे  फूल चढ़े,तोपे  पान चढे  तोपे फूल चढ़े। 
तोपे  चढे दूध की धार ओ धार ।
तेरे माथे मुकुट बिराज  रहयौ।
श्री गोवर्धन  महाराज .........

2)तेरी सात कोस की परिकममा, तेरी सात कोस की परिकममा।
और चकलेशवर विश्राम ,विश्राम तेरे माथे मुकुट  विराज रहयौ ।
श्री गोवर्धन महाराज ...........

3) तेरे गले मे कंठा  साज रहयौ,तेरे गले मे कंठा साज रहयौ ।
ठोडी  पे हीरा लाल ओ लाल ।
तेरे माथे मुकुट बिराज रहयौ। 
श्री गोवर्धन महाराज......

4) तेरे कानन  कुंडल चमक रहयौ,तेरे कानन  कुंडल चमक रहयौ ।
तेरी झांकी  बनी विशाल ओ विशाल।
तेरे माथे मुकुट बिराज रहयौ। 
श्री गोवर्धन महाराज .......

5) गिरीराज धरण प्रभु तेरी शरण ,गिरिराज धरण  प्रभु तेरी शरण। 
करो भक्त का बेडा  पार ओ पार ।
तेरे माथे मुकुट बिराज रहयौ। 
श्री गोवर्धन महाराज ओ महाराज तेरे माथे मुकुट बिराज रहयौ। 
श्री गोवर्धन महाराज की जय। 

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